| Shlok Name

Shlok Name From First Char | Shlok Name from Any Char | No. of Records                          Print | Print Full

शक्तयः सर्वभावानाम् अचिन्त्य...यथा उष्णता... ........  विष्णुपुराण (1।3।2-3 )  

शक्तिशक्तिमतोः च...भेदाः... ........  ब्रह्मसूत्रभास्करभाष्य (2।1।18 )  

शक्तिश्च कारणस्य कार्यनियमार्था...आत्मभूतं कार्यम्... ........  ब्रह्मसूत्रशांकरभाष्य (2।1।18 )  

शक्तौ पलत्रयमितं... ........  पद्मपुराण भागवतमाहात्म्य (6।65-66 )  

शंखचक्रं मृदा यस्तु... ........  विष्णुपुराण (। । )  

शंखचक्रांकनं कुर्याद्... ........  पद्मपुराणोत्तरखण्ड (224।29-30 )  

शंखांकिततनुः विप्रो... ........  स्कन्दपुराण द्वितीयवैष्णवखण्डस्थ मार्गशीर्षमाहात्म्य (3।45 )  

शंखायुधांकितो भक्त्या... ........  स्कन्दपुराण द्वितीयवैष्णवखण्डमार्गशीर्षमाहात्म्य (3।39 )  

शतशो अथ सहस्रैः च... ........  स्कन्दपुराण द्वितीयवैष्णवखण्ड (16।39-41 )  

शनकैस्तु क्रियालोपाद्... ........  मनुस्मृति (10।43 )  

शन्नो देवीरभिष्टये ........  अथर्ववेदमंगलाचरण ( )  

शब्द इति चेन्नातः प्रभवात् ........  ब्रह्मसूत्र (1।3।28 )  

शब्द ब्रह्म सुदुर्बोधम् ........  भागवतपुराण (11।21।36 )  

शब्दज्ञानानुपाती वस्तुशून्यो विकल्पः... ........  पातञ्जलयोगसूत्र (1।9 )  

शब्दमूलञ्च ब्रह्म...अतीन्द्रियार्थयाथात्म्याधिगमः... ........  ब्रह्मसूत्रशांकरभाष्य (2।1।27 )  

शब्दश्च उभयमपि ब्रह्मणः ... ........  ब्रह्मसूत्रशांकरभाष्य (2।1।27 )  

शब्दाजन्यवृत्तिविषयत्वं दृश्यत्वम् ... ........  अद्वैतसिद्धि (1।दृश्यत्वहेतु. )  

शमोदमस्तितीक्षा ........  भागवतपुराण (11।25।2 )  

शरणं गृहरक्षित्रोः... ........  अमरकोश (3।5।2440 )  

शरीरवाङ्मनोभिर्यत् ........  भगवद्गीता (18।15 )  

1 2 3 22