| Shlok Name

Shlok Name From First Char | Shlok Name from Any Char | No. of Records                          Print | Print Full

स्वाध्यायजपहोमादि... ........  धर्मप्रवृत्ति (। )  

स्वाध्यायस्य तथात्वेन... ........  ब्रह्मसूत्र (3।3।3 )  

स्वाध्यायोऽध्येतव्यः ........  तैत्तिरीयारण्यक (2।15 )  

स्वानुयोगिनिष्ठविशेष्यता... ........  गादाधरि (अनु.अव.प्रक.पृ.1557 )  

स्वाभाविकी ज्ञानबलक्रिया च ........  श्वेताश्वतरोपनिषद् (6।8 )  

स्वामिनीनां हि बहिःप्राकट्यमेव... ........  भागवतसुबोधिनीटिप्पणि (10।26।0।7 )  

स्वाराज्यतुष्ट उपशान्तम् ... ........  भागवतपुराण (7।15।45 )  

स्वार्थबोधे समाप्तानाम् ........  तन्त्रवार्तिक (1।4।28 )  

स्वाश्रमाचारसहित-ब्रह्मानुभवसहित-माहात्म्यज्ञानपूर्वक: ........  तत्त्वार्थदीपनिबन्ध (2।196 )  

स्वाश्रयत्वेन...मिथ्यात्वम् ........  तत्त्वप्रदीपिकाचित्सुखी (1।7 )  

स्वाहाकार-नमस्कारौ... ........  महाभारत (12।60।36 )  

स्वीयान् भक्तान् प्रदर्शयेत्... ........  साधनदीपिका (108 )  

स्वे महिम्नि प्रतिष्ठितः ........  छान्दोग्योपनिषद् (7।26।24 )  

स्वे-स्वे अधिकारे या निष्ठा स गुणः परिकीर्तित: ........  भागवतपुराण (11।21।2-16 )  

हत्वा गर्भम् अविज्ञातम्... ........  मनुस्मृति (11।87 )  

हन्त ते कथयिष्यामि... ........  भागवतपुराण (11।29।8 )  

हरयो अयं वै...अनन्तानि च... ........  बृहदारण्यकोपनिषद् (2।5।19 )  

हरिनामाक्षरमुखं... ........  स्कन्दपुराण काशीखण्ड (21।69 )  

हरिमूर्तिः सदा ध्येया ........  निरोधलक्षण (17 )  

हरेः मूर्तिं कृत्वा भजेत्... ........  तत्त्वार्थदीपनिबन्ध प्रकाश (2।228 )  

1 132 133 134 135